अहमदाबाद न्यूज डेस्क: अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने एक सहकारी बैंक के निदेशक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर एक बुजुर्ग को शेयर बाजार और आईपीओ में निवेश करने का झांसा देकर 83.56 लाख रुपये ठगने का आरोप है। गिरफ्तार आरोपियों में तेलंगाना के हैदराबाद के वेंकटेश्वरलु उर्फ वेंकी और स्वामी अय्यप्पा नरावुल्ला शामिल हैं। वेंकी हैदराबाद में स्थित श्रीनिवासा पद्मावती को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक का निदेशक है और स्वामी अय्यप्पा आर्मी से सेवानिवृत्त होकर स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो ट्रेडिंग करता है।
साइबर क्राइम ब्रांच को शिकायत मिली कि एक बुजुर्ग को अज्ञात व्हाट्सएप नंबर से शेयर बाजार में निवेश करने का झांसा दिया गया था। उन्हें एक लिंक के जरिए "ग्लोब कैपिटल-15" नामक ग्रुप से जोड़ा गया, जहां उन्हें मुनाफे का लालच दिया गया। इसके बाद बुजुर्ग ने 83.56 लाख रुपये विभिन्न खातों में जमा किए, लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत की।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि ठगों का गिरोह कंबोडिया से ऑपरेट हो रहा था और इसके लिए स्वामी अय्यप्पा और वेंकटेश्वरलु काम कर रहे थे। इन्हें ठगी से प्राप्त रकम का पांच से दस प्रतिशत कमीशन मिलता था। ये ठग पहले एक डमी अकाउंट में पैसे जमा कराते, फिर श्रीनिवासा बैंक के अकाउंट का उपयोग कर पैसे को क्रिप्टो करेंसी में बदलते और बाद में चीन और कंबोडिया भेज देते थे।
इस गिरोह के खिलाफ देशभर में 1,182 मामले दर्ज हैं, जिनमें से अहमदाबाद और सूरत के मामले भी शामिल हैं। पुलिस ने अब तक पांच मामले अहमदाबाद में और एक सूरत में उजागर किए हैं, जिसमें ठगी की राशि को बैंक अकाउंट के माध्यम से विदेश भेजा गया था।